कुछ समय पहले मेरे एक ब्लागर मित्र ने मुझे बताया कि मेरे Numerology पर लिखे लेख अधिकतर अंक 4 और 8 पर ही क्यों आधारित रहते हैं और मैं दूसरे अंकों पर क्यों नहीं लिखता। बात बिलकुल सही थी मैंने सोच लिया था कि अगला लेख किसी भी दूसरे अंक पर लिखने की कोशिश करूंगा I
बहुत लम्बे समय बाद जब आज मैं लिखने बैठा तो मेरे सामने ताजा विषय था भारत में हो रहे लोकसभा चुनाव I
इस समय इंटरनेट पर पूरी तरह छाये पी.एम. इन वेटिंग लाल कृष्ण आडवाणी जी के जन्म दिनांक की जानकारी लेते ही मेरे सामने जो अंक आया वो 8 था। क्योंकि आडवाणी जी का जन्म दिनांक 8 नवम्बर 1927 है।
फिर कांग्रेस के प्रधानमंत्री पद के दावेदार मनमोहन सिंह जी का जन्म दिनांक देखा तो अंक 8 था। मनमोहन सिंह जी जन्म 26 सितम्बर 1932 को हुआ है 26 यानी (2+6=8)
बीजेपी के स्टार प्रचारक नरेन्द मोदी का जन्मांक मिला 8 उनका जन्म 17 सितम्बर 1950 को हुआ था 17 यानी (1+7=8)
नरेन्द्र मोदी के साथ ही आजकल भारतीय जनता पार्टी के पोस्टरों में प्रमुखता से नजर आ रहे भड़काऊ भाषण देने के आरोप में अचानक स्टार बने वरूण गांधी की प्रोफाइल देखी तो अंक मिला 4 वरूण गांधी की जन्मतिथि 13 मार्च 1980 है। 13 यानी (1+3=4)
वहीं से लगे हाथों मेनका गांधी को क्लिक किया तो फिर अंक मिला 8 मेनका गांधी का जन्म भी 26 अगस्त 1956 को हुआ है। 26 यानी (2+6=8)
भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार लालकृष्ण आडवाणी के जन्मांक 8 देखने के बाद मेरी इच्छा अमरीका और पाकिस्तान के प्रमुख बराक ओबामा और आसिफ अली जरदारी के जन्मांक ज्ञात करने की हुई और देखिये अंक फिर मिला 4 और 8
ओबामा का जन्म 4 अगस्त 1961 को हुआ था और पाकिस्तान के वर्तमान राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी 26 जुलाई 1955 को पैदा हुये हैं। 26 यानी (2+6=8)
ऐसा नहीं है कि अंक 4 और 8 के अलावा दूसरे अंकों का मनुष्य के जीवन में कोई महत्व नहीं होता। दूसरे अंक 1, 3,5,6 के प्रभाव वाले मनुष्य अधिकतर निश्चित जीवन जीते हैं यहां मैंने अंक 2,7, और 9 का उल्लेख इसलिये नहीं किया क्योंकि अंक 2 और 7 पर अंक 4 और 8 का प्रभाव अधिक होता है इसलिये उनके जीवन में भी उतार चढाव आते रहते हैं वहीं अंक 9 मंगल ग्रह के स्वामित्व के चलते अंक 8 से टकराव वाली स्थिति में रहता है इसलिये अंक 9 के प्रभाव वाले मनुष्य अक्सर दुर्घटनायें झेलते रहते हैं।
मैंने अपने पिछले कई लेखों में यह स्पष्ट किया है कि अंक 4 और 8 वाले मनुष्य असाधारण होते हैं और विधि विधान के अनुसार उनके साथ अनिश्चिततायें लगी रहती हैं। वे सामान्य जीवन जीने की कोशिश करते हैं परंतु ऐसा संभव नहीं हो पाता। अंक 8 के बारे में तो यह माना भी जाता है कि इसके प्रभाव वाले व्यक्ति या तो अर्श पर होते हैं या फर्श पर। जो जमीन पर होते हैं वे कब आसमान छूने लगे और जो आसमान पर होते हैं वे कब जमीन पर गिरते हैं यह पता नहीं होता। शायद इसलिये भारतीय जनमानस में शनि ग्रह को अधिक महत्व दिया जाता है।
क्या स्थिति हो सकती है लोकसभा चुनावों के बाद इस संभावना पर अगले लेख में विचार करेंगे क्योंकि लोकसभा चुनाव में दो प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रधानमंत्री पद के दावेदार अंक 8 के साथ सबसे ऊपर हैं और टकराव 8 के साथ 8 का ही है तो परिणाम बेहद चैंकाने वाले होंगे इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
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