Sunday, September 28, 2008

अटल बिहारी वाजपेयी और बंगला नम्बर 8

मानव जीवन पर शनि ग्रह के दुष्प्रभाव से तो सभी परिचित हैं परन्तु शनि के अंक 8 का जो भयावह खाका ट्रिपल 8 (8-8-2008=8+8+2+8=26=2+6=8) को न्यूज चैनलों द्वारा खींचा गया उस वजह से लोग अंक 8 से भी बेहद डर गये हैं। उस दिन को समाचार चैनलों ने इतना दहशत भरा बना दिया था कि लोग अपने मोबाइल नंबर, फोन नंबर, बैंक एकाउंट नंबर, वाहन नंबर जोड़ने में लग गये थे कि कहीं उनका योग 8 तो नहीं हो रहा। एक अति उत्साही न्यूज चैनल ने तो उस दिन को प्रलय का दिन घोषित कर दिया था जबकि आश्चर्य ये था कि उस चैनल पर बैठे कई विद्वानों में से एक ने भी उसके संचालकों को यह नहीं बताया था कि उस चैनल के नाम से जो अंक बन रहा था वो भी 8 ही था। इन्हीं चैनलों की मेहरबानी से अब शनि ग्रह के साथ अंक 8 की चर्चा भी निरंतर होने लगी है।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के कृष्ण मेनन मार्ग स्थित बंगला नम्बर को लेकर अंक 8 फिर चर्चा में है। ये बंगला जब अटल जी को आवंटित किया गया था तो इसका नंबर 8 था परंतु न्यूमेरॉलॉजिस्ट की सलाह पर उसका नम्बर बदलकर 6ए कर दिया गया था इसको लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय और नगरीय प्रशासन मंत्रालय से यह जानकारी चाही गयी कि कोई आम आदमी भी चाहे तो क्या उसके मकान नम्बर में परिवर्तन हो सकता है
प्रश्न ये है कि क्या वाकई अंक 8 हर मानव के लिये विपत्ति लेकर आता हैक्या किसी भी व्यक्ति को अंक 8 के मकान में निवास नहीं करना चाहिये ? घ्होता ये है कि सभी राशियां सभी नक्षत्र, सभी अंक शुभ और अशुभ फलदायी होते हैं और ये मानव के जन्म समय के नक्षत्रों की स्थिति अनुसार शुभ और अशुभ फल देते हैं। मनुष्य का समय जब अच्छा होता है तब तो इन बातों पर वो ध्यान नहीं देता जबकि बुरा समय प्रारम्भ होते ही उसका ध्यान इस तरफ जाने लगता है। अंक 8,4,और 9 बेहद शक्तिशाली अंक होते हैं। दूसरे अंकों की तुलना में इन अंकों के शुभ और अशुभ फल अधिक दिखाई देते हैं। अंक 8 में ही इतनी शक्ति पाई जाती है कि जिस मनुष्य के लिये अंक 8 शुभफलदायी होता है उसे जमीन से उठाकर आसमान की बुलंदियों पर पहुंचा देता है।
हालांकि अटल जी का जन्म दिनांक 25=2+5=7 है परंतु उनके जीवन पर अंक 8 और 4 का प्रभाव अधिक है। इन्हीं अंकों की शक्ति ने उन्हें एक छोटे से शहर की राजनीति से उठाकर प्रधानमंत्री पद तक पहुंचाया।
वर्तमान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी भी अंक 8 के ही शुभ फल के कारण अपने दिग्गज प्रतिद्वंदियों को पछाड़ते हुये प्रधानमंत्री बने।मनमोहन सिंह का जन्म दिनांक 26=2+6=8 को हुआ और इनका नाम अंक MANMOHAN SINGH (41547515 31535 =49=4+9=13=1+3=4) है। इस संबंध में मैं पहले अपने लेख ``अंक शास्त्र की सत्यता को जानने के कुछ आसान उपाय´´ में बता चुका हूं कि जन्म अंक 8 वाले व्यक्ति का नामांक अधिकतर 4 या 8 होता है।
वहीं लालकृष्ण आडवाणी, नरेन्द्र सिंह मोदी, मुलायम सिंह, और लालू यादव भी अंक 4 अथवा अंक 8 के ही प्रभाव से राजनीति के शिखर पर पहुंचे हुये हैं। इनमें लालकृष्ण आडवाणी का जन्म 8-11-1927 यानि जन्म अंक 8, नाम अंक भी 8 है।
देखें - Lal Krishna advani (313 2213551 146151=44=4+4=8)
नरेन्द्र सिंह मोदी का जन्म 17-9-1950 को हुआ और उनका जन्म अंक भी 17=1+7=8 है। इसी तरह उनका नाम अंक भी 4 है।
देखें- Narendra Singh Modi (51255421 31535 4741=58=5+8=13=1+3=4)
मुलायम सिंह यादव का जन्म जहंा दिनांक 22 को हुआ है वहीं लालू प्रसाद यादव का सही जन्म दिनांक पता नहीं है परंतु उनके नाम अंक का कुल योग 4 एवं 8 है।
देखें -Lalu Yadav (3136 11416=26=2+6=8)
इनके अलावा भी अधिकतर बेहद सफल (खास तौर पर ऐसे लोग जो बिना साधनों के अत्यधिक सफलता अर्जित करते हैं) व्यक्ति जन्म अथवा नाम अंक 8 से संचालित होते हैं। यहां तक कि मुगल साम्राज्य के सबसे सफल शासक अकबर (Akbar 12212=8) का नाम अंक और जन्म अंक 8 ही था। प्रश्न ये है कि यदि उपरोक्त सभी बातें सही हैं तो फिर अंक 8 से बचने की सलाह क्यों दी जाती है। मेरा मानना है कि अंक 8 से उन लोगों को बचना चाहिये जिनके जीवन में हर कार्य में अंक 8 आड़े आता हो और सारी सुविधाओं और साधनों के वे व्यक्ति असफल जीवन बिता रहे हों। उन्हें तुरंत अंक 8 को त्याग देना चाहिये, उन्हें अंक 8 के मकान नम्बर में नहीं रहना चाहिये लेकिन वे जो अपनी क्षमता से भी अधिक अंक 8 के कारण सफलता अर्जित कर रहे हों उन्हें वक्ती असफलताओं से घबरा कर अंक 8 का त्याग नहीं करना चाहिये क्योंकि अंक 8 यदि शुभ फल दे रहा हो तो मनुष्य की सफलता में कोई बाधा आ ही नहीं सकती। और अशुभ फल तो मनुष्य के जीवन के प्रारम्भ में ही दिख जाता है क्योंकि जिसके लिये अंक 8 अशुभफलदायी है उसका जीवन स्तर ऊपर उठ ही नहीं पाता है।

Friday, June 13, 2008

अंक ज्योतिष की सत्यता को परखने के कुछ आसान तरीके

कोई अंकशास्त्र की सत्यता को परखना चाहता है तो उसे थोड़ी गहराई से अंक 4 (जन्म तिथि 4,13,22,31) तथा अंक 8 (जन्म तिथि 8,17,26) वाले लोगों के जीवन का अध्ययन करना पड़ेगा। वैसे तो सभी मनुष्यों के जीवन पर उनकी जन्म तिथि या जन्मतिथि से संबंधित अंकों का प्रभाव हमेशा होता है परंतु अंक 4 और 8 वाले इस मामले में कुछ अधिक ही प्रभावित होते हैं। हालांकि अंकशास्त्र में इन अंकों को अच्छी नजरों से नहीं देखा जाता, इन अंकों से प्रभावित व्यक्तियों को भी अंकशास्त्री हमेशा इनसे बचने की सलाह देते हैं परंतु जमीन से आसमान की बुलंदियों पर पहुंचाने की शक्ति भी इन अंकों में ही होती है और यही विरोधाभास इन अंकों कों अंकशास्त्रियों के शोध पत्रों में अधिक जगह दिलाता है।

आप किसी का नाम अंक जोिड़ये यदि उसका अंक 4 या 8 आये तो उसकी जन्मतिथि पूछ लीजिये अक्सर वो इन्हीं अंकों से संबंधित होती है।

एक उदाहरण देखिये : अमेरिका के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बराक ओवामा का जन्म 4 अगस्त 1961 को हुआ।

जन्म तिथि 4

1961 को आपस में जोड़ने से 17 आता है और 17 को फिर आपस में जोड़ने पर अंक 8 आ जाता है। अगस्त माह का क्रमांक 8 है।

इनका प्रचलित नाम अंक

Barack Obama (212132 72141)

ऊपर दिये अंकों को आपस में जोड़ने पर अंक 26 आता है जिसे फिर आपस में जोड़ने पर अंक 8 आ जाता है।

अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिये चुनाव नवम्बर में होने वाले हैं और वो दिन बराक ओबामा के जीवन का सबसे बड़ा दिन होगा। और वो तिथि भी 4 है।

बराक ओबामा के जीवन में अंक 4 और अंक 8 का बहुत योगदान है। उनके जीवन की लगभग हर घटना से यह अंक जुड़ा हुआ है जिसकी चर्चा हम बाद में कभी करेंगे।

दूसरा उदाहरण देखिये

हिलेरी िक्लंटन का जन्म 26 अक्टूबर 1947 को हुआ।

जन्म तिथि 26 को आपस में जोड़ने पर अंक 8 आता है।

हिलेरी िक्लंटन का प्रचलित नाम अंक
Hillary Clinton (5133121 3315475)

ऊपर दिये अंकों को आपस में जोड़ने पर अंक 44 आता है और फिर इन्हें आपस में जोड़ने पर अंक 8 आ जाता है।

दुनिया में अंक 4 और 8 की तिथियों में जन्मा शायद ही कोई मनुष्य हो जो अपने जीवन में इन अंकों के अच्छे और बुरे प्रभाव से इंकार करेगा। आश्चर्य की बात ये है कि अधिकतर दुघZटनायें भी इन्हीं अंकों से जुड़ी होती हैं और बड़ी सफलतायें भी इन्हीं अंकों से जुड़ी होती हैं। अंक 4 और 8 वालों के नाम अंक अक्सर इन्हीं अंकों पर रखे जाते हैं या प्रचलित हो जाते हैं

(नाम अंक निकालने के लिये नीचे दी गई तालिका देखें)।

4 या 8 अंक के कुछ मनुष्यों को छोड़कर अधिकतर इन अंकों की तिथियों में जन्मे लोगों के नाम प्राकृतिक व्यवस्था के अनुसार इन्हीं अंकों पर रख दिये जाते हैं या उनका कोई ऐसा उपनाम प्रचलन में आ जाता है जो उनके असली नाम को दबा देता है और प्रचलन में आये नाम का अंक 4 या 8 ही होता है। और एक कारण ये भी है जो अंकशास्त्र की सत्यता पर विश्वास दिलाता है।

अंक 4 और 8 से संबंधित व्यक्तियों के मकान नम्बर का योग अक्सर 4 या 8 होता है।

आप किसी का नाम अंक जोिड़ये यदि उसका अंक ४ या 8 आये तो उसकी जन्मतिथि पूछ लीजिये अक्सर वो इन्हीं अंकों से संबंधित होती है।

अब जमीन से उठकर आसमान की बुलंदियां छूने वाले किसी व्यक्ति की जन्मतिथि पता कीजिये और उसके नाम अंक जोिड़ये अक्सर समान होते हैं।

उदाहरण देखिये

Shahrukh (35152625)

शाहरूख के नाम अंक जोड़ें तो 29 का अंक प्राप्त होता है जिसे आपस में जोड़ने पर 11 और फिर जोड़ने पर 2 आता है। और उनकी जन्म तिथि भी 2 है।

बहुत घनिष्ठ मित्र की जन्मतिथि और नाम अंक पता कीजिये आपकी जन्मतिथि या आपका नाम अंक उसकी जन्मतिथि या नाम अंक से मेल खाते हुये मिलेंगे।

आपकी जन्मतिथि से संबंधित तिथि (उदाहरण : जन्मतिथि 1 तिथि 1,10,19,28) में आपका मन प्रसन्न रहेगा। आपके काम आसानी से निपट जायेंगे और आपको जीवन बहुत आसान लगेगा।

ये थीं कुछ ऐसी बातें जो ये बताती हैं कि पूरी दुनिया में अंकों की तरफ लोगों का झुकाव क्यों होता है। आप भी चाहें तो अपने जीवन की मुख्य घटनाओं से अपने नाम अंक या अपनी जन्मतिथि से मिलान कर देखें बहुत कुछ समान मिलेगा।

Tuesday, June 3, 2008

बिहार के नाम को बदलकर विहार कर दिया जाये तो ...

मैंने कुछ देर पहले ``लालू जी अंक शास्त्र के आइने में´´ एक लेख लिखा परंतु कुछ एडिट करते समय पता नहीं कैसे मुझसे डिलीट हो गया। बहुत समय लगा था उसे लिखने में, दुख हुआ लेकिन कुछ सीखने को मिला। अब लालू जी के बारे में फिर कभी, फिलहाल तो बिहार के नाम अंक को देखते हैं। आखिर ऐसा क्या है Bihar नाम में जो बिहार को देश के सबसे गरीब और पिछड़े प्रदेशों में गिना जाता है।
Bihar (21512=11)
बिहार का नाम अंक 11 बनता है और Numerology में संयुक्त नाम अंक 11 को अशुभ माना जाता है। इस अंक के साथ कठिनाईयां और संघर्ष हमेशा चलता रहता है। बिहार बौद्ध विहार शब्द का विकृत प्रचलित रूप है। और यदि बिहार की स्पेलिंग में मात्र B की जगह V लगा दिया जाये तो वो विहार हो जायेगा जो सही भी है और Numerology की गणना में उसका नाम अंक Vihar (61512=15) हो जायेगा जो चमत्कारिक और अधिकारसम्पन्न अंक है।
केन्द्रीय सरकार, प्रदेश सरकार, नीतिश कुमार, लालू प्रसाद यादव बिहार को अग्रणी राज्यों में लाने की भरसक कोशिश कर चुके हैं परंतु यह संभव नहीं हो पाया है। क्यों न उसका नाम बदलकर कुछ करिश्मे की उम्मीद की जाये। आखिर बम्बई को मुम्बई कलकत्ता को कोलकाता किया गया और उडीसा को ओडीसा किया जा रहा है तो फिर बिहार की जनता और बिहार के भविष्य की खातिर उसे विहार कर दिया जाये तो क्या बुराई है।
नाम अंक जानने की तालिका

A I J Q Y = 1
B K R = 2
C G L S = 3
D M T = 4
E H N X = 5
U V W = 6
O Z = 7
F P = 8
उदाहरण Bihar (21512=11)

Tuesday, May 27, 2008

कुछ सुपरहिट ब्लागों के नाम का करिश्मा

पिछले कुछ दिनों से बहुचर्चित, विख्यात, सबसे अधिक पढ़े देखे जाने वाले, सांस्कृतिक,साहिित्यक, आकर्षक, मनोरंजक ब्लॉगों के नाम का करिश्मा देखने की इच्छा हो रही थी। लेकिन उनकी सही स्पेलिंग्स के लिये उनके द्वारे जाना जरूरी था। सोचा मेला (ब्लॉगवाणी,नारद,चिट्ठाजगत) चला जाये एक ही जगह सभी झांकियॉं दिख जायेंगी। परंतु हुआ उल्टा। गये थे मेला देखने, दंगल गले पड़ गया। मानव मन है नहीं माना, उलझ कर रह गया तो रह गया। बिना एनाउंसमेंट के भी लग रहा था कि अगली कुश्ती फिर होगी। आखिर सभी पहलवान दमदार हैं हार तो किसी ने माननी ही नहीं है।

क्या होगा या अब तक क्या हुआ है देखने फिर फिर और फिर पहुंच गये। अपनी पोस्ट शुरू ही नहीं हो पाई। आज सोच लिया कि मेले ही नहीं जाना है, मेहनत थोड़ी अधिक होगी तो हो जाये। दिल ने कहा कि सीधे उड़नतश्तरी पर चलो, कई तो उसमें ही सवार मिल जायेंगे और देखो काम आसान हो गया। सबसे पहले उड़नतश्तरी के नाम का करिश्मा ही देखिये।

Udan tashtari संयुक्त अंक ३७ एकल अंक १

क्या बात है चचा! अंकों में भी नंबर १

Numerology में ३७ सौभाग्यशाली अंक है। इस अंक की अपनी शक्ति अति विशिष्ट है। हर प्रकार की साझेदारी, प्रेम दोस्ती और आकर्षण के लिये यह अंक अच्छा, शुभ और भाग्यवान माना जाता है। उड़नतश्तरी जिस ऊंंचाई पर आज चलायमान है उसके बारे में कुछ और कहना मेरी नादानी होगी। उड़न तश्तरी के बाद फुरसतिया पर निगाह गई।

Fursatiya संयुक्त अंक 27

संयुक्त अंक २७ एकल अंक ९ जैसे ही मंगल का अंक 9 देखा मैं डर गया कहीं अनूप जी नाराज न हो जायें। २७ का अंक क्रियात्मक बुिद्धमता से फल की प्राप्ति दर्शाता है, यह अधिकार, शक्ति और आज्ञा का संकेत देता है और प्रतीकों में इसे राजदण्ड के रूप में दर्शाया गया है। अर्थात सफलता के लिये अंक २७ उत्तम है। और फुरसतिया के करिश्मे फुरसत में हम देखते ही रहते हैं।

जब बात बड़े-बड़ों की चल रही हो और रवि रतलामी जी न हों ऐसा कैसे हो सकता है। देखिये करिश्मा

Ravi ratlami ka hindi blog

संयुक्त अंक 26+3+16+15 यानि 2+6+3+1+6+1+5=24 का अंक सौभाग्यशाली अंक है और अंक 37 वाली विशेषतायें अंक 24 में भी पाई जाती हैं। इस अंक में व्यक्ति को अपने काम की पूर्ति और सफलता के लिये अधिकारप्राप्त व्यक्तियों से सहायता मिलती है।

इसके बाद मैंने सागर नाहर जी के द्वारे दस्तक दी।

Dastak संयुक्त अंक 15

अंक 15 भी अंक 24 और 37 की तरह सौभाग्यशाली है। यदि इस अंक का सौभाग्यशाली मूल अंक से भी संबंध हो तो ऐसा संयुक्त अंक 15 कुछ अधिक ही लाभदायक होता है। अन्य व्यक्तियों को आकिर्षत करने में अंक 15 की बराबरी कोई दूसरा संयुक्त नहीं कर पाता। इसलिये इस अंक को चमत्कारिक माना जाता है।

संजय बैंगाणी जी की जोगलिखी को देखिये

Joglikhi संयुक्त अंक 23

संयुक्त अंक 23 का प्रतीक सिंह के शाही सितारे को माना जाता है। यह अंक भी उच्चाधिकारियों से संरक्षण तथा अपने से अधिक समर्थ व्यक्तियों से सहायता दिलाने में मददगार होता है। किसी भी तरह की योजनाओं की सफलता के लिये यह अंक भाग्यशाली होता है।

युनूस खान जी के साथ कुछ संगीत का लुत्फ उठाएं

Yunus khan ka hindi blog radiovani
21+13+3+16+15+28
2+1+1+3+3+1+6+1+5+2+8=33

33 अंक का प्रतीक अर्थ अंक 24 के समान है जो हम रवि रतलामी जी के ब्लॉग के बारे में पढ़ चुके हैं 24 का अंक सौभाग्यशाली अंक है और अंक 37 वाली विशेषतायें अंक 24 में भी पाई जाती हैं। इस अंक में व्यक्ति को अपने काम की पूर्ति और सफलता के लिये अधिकारप्राप्त व्यक्तियों से सहायता मिलती है। जरा शेरो-शायरी हो जाये

Sasta sher संयुक्त अंक 27 (फुरसतिया देखिये)

निर्मल आनंद के लिए

Nirmal Anand संयुक्त अंक 32

अंक 32 जादू के प्रभाव वाला अंक है। यह व्यक्तियों के समूह या राष्ट्रों से संबंधित है और इस अंक के बारे में हम ऊपर जोगलिखी में पढ़ ही चुके हैं अंक 23 और 32 एक समान प्रभाव वाले अंक होते हैं। और अंत में

Kissey kahen संयुक्त अंक 33

अंक 33 यानी लौट कर अंक 24 पर आ गये। जिसका वर्णन हम ऊपर रेडियो वाणी और रवि रतलामी जी के ब्लाग के बारे में पढ़ चुके हैं।

कई महानुभावों के मन में ये भाव जागृत हो सकते हैं कि उपरोक्त दिये गये नामों में कोई नाम ऐसा क्यों नहीं है जिसका नामांक गलत/बुरा/विपरीत निकलता हो। यहां मैं ये कहना चाहता हूं कि संयुक्त नामांक की अपनी महिमा है। जब मैंने कुछ चुनिंदा ब्लॉगों की स्पेलिंग से उनके नामांक निकालने प्रारम्भ किये तो कई नाम ऐसे आये जिनके मॉडरेटर बहुत अच्छा, बेहद प्रशंसनीय और अधिक पसंद किया जाने योग्य लिख रहे हैं परंतु उनके लिखे अनुसार उनके नाम की चर्चा ब्लॉग जगत में नहीं है। और कमाल की बात ये कि उन ब्लॉगों पर जाने वाले पाठकों की संख्या भी उंगलियों पर गिनी जाने लायक है। उनके ब्लॉग नाम न्यूमरोलॉजी के जोड़ने पर वास्तव में लेखन के अनुरूप नहीं थे। परंतु मैंने उन नामों का जिक्र अपनी इस पोस्ट में करते करते रोक दिया। अचानक मुझे बचपन में पढ़ी बूढ़े की पांच बातें कहानी और उसकी एक बात ``कभी किसी का दुल दुखाने वाली बात मत करो´´ याद आई। मैंने तुरंत उनके नाम इस पोस्ट से हटा दिये।

उपरोक्त ब्लॉग एकल अंक 1,5,6 और 9 अंक वाले हैं और यह अपने आप में आश्चर्यजनक है क्योंकि अंक 1 सूर्य, 5 बुध, 6 शुक्र और 9 मंगल से संबंधित हैं। और इनमें भी अंक 6 के ब्लाग अधिक हैं। न्यूमरोलॉजी में इन अंकों के संबंधित संयुक्त अंक बहुत भाग्यशाली माने जाते हैं जबकि अंक 2,7,4,8 और 3 से संबंधित संयुक्त अंकों में अधिकतम सामान्य सफलता के लिये जाने जाते हैं।

अब एक निवेदन

उपरोक्त ब्लॉगों के सभी सम्माननीय ये सोच कर मेरे कान न खींचे कि सब नाम का ही करिश्मा है हम तो बेकार ही कुछ खास लिखने में अपना समय बरबाद कर रहे हैं।

इस मामले में मेरा मानना ये है कि ईश्वर ने आप सभी के और आप जैसे तमाम सफलतम ब्लॉगरों की लेखनी से प्रसन्न होकर उनके संयुक्त नाम भाग्यशाली रखवा दिये। यदि वो ऐसा नहीं करता तो ये विरोधाभाष होता और ईश्वर कभी गलती नहीं करता। इसलिये निरंतर लिखते रहें और हमें ज्ञान प्रदान करते रहें।

Wednesday, May 21, 2008

आप भी अपना नाम अंक जान सकते हैं

जब भी अंकशास्त्र की बात चलती है तो जन्मांक के साथ नामांक की बात जरूर होती है । जन्मांक तो लगभग सभी को ज्ञात होता है परंतु नामांक क्या होता है इसकी जानकारी कम लोगों को ही होती है। अंक शास्त्र के अनुसार नामांक का व्यक्ति के जीवन में अहम रोल होता है और व्यक्ति के दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदलने के लिये भी अंकशास्त्री नामांक का सहारा ही लेते हैं।

जब हम बात करते हैं कि खली का जन्मांक 9 है और नामांक 12 है तो जिज्ञासा उत्पन्न होती है कि उनका जन्म 27 तारीख को होने से जन्मांक तो 2+7=9 हो सकता है परंतु नामांक 12 कहां से आ गया। या EMRAAN HASHMI का नामांक 37 TUSSHAR का 24 SUNIEL SHETTY का 45 INDIA का 12 DELHI का 18 नामांक होता है तो जिज्ञासा उत्पन्न होना स्वाभाविक होती है। अक्सर समाचार पत्रों में तथा टेलीविजन चैनलों पर भविष्यवाणी करने वाले अंकशास्त्री भी ये तो बता जाते हैं कि फलां राजनीतिज्ञ या अभिनेता, अभिनेत्री ने अपने नाम में कुछ बदलाव कर नामांक बदल दिया है पर कैसे बदला ये कभी नहीं बताते।

आइये हम जानते हैं कि नामांक की गणना कैसे की जाती है ?


A I J Q Y = 1
B K R = 2
C G L S = 3
D M T = 4
E H N X = 5
U V W = 6
O Z = 7
F P = 8

सदियों से इंगलिश के अक्षरों को दिये गये अंकों के आधार पर ही नामांक की गणना की जाती रही है। आज भी लगभग सभी देशी विदेशी अंकशास्त्री कहते और बताते भले ही कुछ भी हों नामांक की गणना इसी तरीके से करते हैं।

आपने देखा कि इन अक्षरों में से किसी को 9 अंक नहीं दिया गया है तथा इन अक्षरों को ये अंक कब और किसने दिये ये चर्चा हम बाद में कभी करेंगे। पहले हम आज के विषय पर आते हैं। अब आप भी इन ऊपर दिये गये अंकों से अपना नामांक निकाल सकते हैं। उदाहरणार्थ - RAVI नामांक 10, संयुक्त अंक 10 भाग्यचक्र के प्रतीक के रूप में जाना जाता है और सौभाग्यशाली अंक है। अगर रवि नाम के व्यक्ति की जन्मतिथि भी 1,10,19,2८ यानी एकल अंक 1 हो तो अंकशास्त्रियों के अनुसार उसे जीवन में किसी तरह की विफलता का सामना नहीं करना पड़ता। संयुक्त अंकों में कौन सा अंक भाग्यशाली है और कौन सा दुर्भाग्य शाली ये हम अगली पोस्टों में जानेंगे।

Sunday, May 18, 2008

नाम बदलने से भी करिश्मा हो सकता है

क्या ज्योतिष, हस्तरेखा शास्त्र, अंक ज्योतिष, या इसी तरह की अनेक विद्याओं से भविष्य जाना जा सकता है ? क्या इन विद्याओं के जरिये दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदला जा सकता है ? क्या ये विद्यायें अंधविश्वास को बढ़ावा देती हैं ? प्रश्न कई हैं और इनके उत्तर भी संबंधित क्षेत्र के ज्ञाता या इन पर विश्वास न करने वाले अक्सर देते रहते हैं।

जिस तरह हर विषय के पक्ष और विपक्ष में लोगों की अपनी राय होती है इस विषय में भी है। कुछ विश्वास करते हैं, कुछ अंधविश्वास करते हैं तो कुछ हैं जो सिर्फ अंधविश्वास समझते हैं।जो अंधविश्वास समझते हैं उनके बारे में मैं कुछ नहीं कहना चाहता। उनकी अपनी राय है, अपनी सोच है हो सकता है वे सही हों। जो विश्वास करते हैं उनकी अपनी सोच है, इस विषय पर उनकी श्रद्धा है और इस विषय को अंधविश्वास मानने वाले लाख कोशिश कर लें उनके विश्वास को हिला नहीं पाते। जो इस विषय पर अंधविश्वास करते हैं उनसे मैं जरूर इतना कहना चाहूंगा कि इस विषय पर ही नहीं किसी भी विषय पर, किसी भी क्षेत्र में अगर विश्वास करें तो सिर्फ विश्वास करें अंधविश्वास न करें।

वर्तमान में हर तरफ अंकशास्त्र का बोलबाला है। अखबारों से लेकर टेलीविजन, इंटरनेट, पत्रिकायें और हर शहरों में खुले हुये ज्योतिष, टैरोकार्ड रीडर, अंकशास्त्र के केन्द्रों ने इस विद्या की जिज्ञासा और भी बढ़ा दी है। आम आदमी जब टेलीविजन चैनलों पर आने वाले सीरियलों या फिल्मों के अंग्रेजी नामों को देखता है (उदाहरण देखिये), जब वो ``कसम से´´ की स्पेलिंग्स Kasam se की जगह Kasamh se पढता है, या
kusum की जगह उसे KKusum दिखता है तो वो आश्चर्य में पड़ जाता है। जो लोग अंकशास्त्र के बारे में कुछ जानते हैं वे समझ जाते हैं कि किसी अंकशास्त्री द्वारा सुझाये गये स्पेलिंग्स बदलाव की वजह से अच्छे खासे नाम को विकृत करके पेश किया जा रहा है। परंतु कसम से में एक `एच´ और कुसुम में `के´ ही क्यों बढ़ाया गया ये उसकी समझ से बाहर होता है। जब ये सीरियल या Kaho naa pyaar hai जैसी फिल्में हिट हो जाती हैं तो उन्हें लगता है कि शायद अंकशास्त्र की वजह से इनके नामों में जो फेरबदल किया गया था उसकी वजह से शायद ये हिट हो गई हैं।

जिज्ञासा जब आम आदमी को इन विद्याओं के जानकारों के पास ले जाती है तो उनकी फीस सुनकर वे निराश मन से वापस लौट आते हैं। एक लेख के अनुसार दिल्ली, पुणे और मुम्बई में कार्यरत कई अंकशास्त्री और टैरोकार्ड रीडरों की सामान्य फीस 15 हजार से 20 हजार रूपये है जो समस्या का समाधान कराने गये व्यक्ति की हैसियत को देखकर और भी बढ सकती है।

लोग शायद अंकशास्त्र की तरफ इसलिये भी अधिक जाते हैं क्योंकि इसमें बड़े स्तर पर कोई उपाय नहीं करने पड़ते, कोई पूजा पाठ, किसी तरह का ताबीज गण्डा नहीं है सिर्फ प्रचलित नाम में जन्म दिनांक के हिसाब से कुछ फेरबदल किया जाता है और करिश्मा हो जाता है।

बचपन से मेरी रूचि अंकशास्त्र और उसके अध्ययन में है और जब अधिक जानकारी के लिये मैंनें अंतर्जाल पर अंकशास्त्र के बारे में टटोला तो हिन्दी में कहीं कुछ नहीं दिखा। अंग्रेजी में भी जो कुछ है वो समस्या का समाधान नहीं करता। जिज्ञासु लोगों की परेशानी और उन्हें मोटी-मोटी फीस सुनकर निराश होते या लुटते देख मेरे मन में इस ब्लॉग का विचार आया और `नाम का करिश्मा´ आपके सामने है। मेरी इस कोशिश से इस विद्या से जुडे विद्वानों की अमूल्य राय मुझे प्राप्त हो जाये,कुछ ज्ञान में बढ़ोत्तरी हो जाये, किसी की समस्या का समाधान हो जाये बस यही इच्छा है।